एक लघु चुम्बक को चुम्बकीय याम्योतर में इस प्रकार रखा जाता है कि उसका दक्षिणी धु्व उत्तर की ओर रहता है।चुम्बक के केन्द् से 20cm की दुरी पर उदासीन बिन्दु प्राप्त होता है। यदि उस बिन्दु पर भु-चुम्बकिय क्षैतिज घटक का मान 0•3gause है तो चुम्बक का चुम्बकिय आघुण्र होगा।
विजेंद्र
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